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जनवरी, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अवैध गिरफ्तारी के आईने में…

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मै भी यह देख कर दंग रह गया कि सभी थालियाँ जूठी थी और सूख चुकी थी। थाली साफ़ करने के लिए वहां कुछ नहीं था। कुछ कैदियों ने थालियाँ वापस रख दी और बिना खाए ही बैरक में चले गए. मेरे मन में भी यही आया। लेकिन मैंने सोचा कि अब तो यही जिंदगी है। कितने दिन बिना खाए रहूँगा।           यूपी एटीएस ने 5 जनवरी को इलाहाबाद स्थित मेरे घर से मुझे गिरफ्तार करके अगले दिन जब लखनऊ कोर्ट में पेश किया तो उस दिन ठंड बहुत ज्यादा थी। मुझे चाय की बहुत तलब लग रही थी। अमिता, विश्वविजय सहित मेरे वकील और कुछ दोस्त आ चुके थे। इसलिए मैं रिलैक्स था। कोर्ट में चाय बेचने वाले से मैंने अपने लिए चाय मांगी।            मुझे कटघरे में खड़े देख पहले वह थोड़ा सकुचाया फिर चारों तरफ कनखियों से देखकर धीमे से बोला - ‘’यहाँ मुलजिमों को चाय पिलाने की मनाही है।’’            यह सुनकर मुझे करंट जैसा लगा. रातों रात मैं एक अपराधी में तब्दील हो गया?? मैंने भी चारों तरफ नज़र घुमाई। तमाम एटीएस के लोग, सरकारी वकील भीषण ठंड में दोनों हाथों से चाय का कु...

BHU में गिरफ्तार स्टूडेंट्स और उनके वकील मीडिया के सामने आए

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25 दिसंबर को बीएचयू में मनुस्मृति दहन दिवस पर चर्चा करने के कारण भगतसिंह स्टूडेंट्स मोर्चा के तीन लड़कियों समेत 13 छात्र छात्राओं को फर्जी व षड्यंत्रकारी तरीके से गंभीर धाराओं में गिरफ्तार करके जेल डाल दिया गया था। जिसमें 16 दिन बाद जेल से सभी 13 छात्र छात्राओं की रिहा हो गए। इस पूरे प्रकरण को लेकर भगतसिंह स्टूडेंट्स मोर्चा और नागरिक समाज द्वारा पराड़कर भवन में एक प्रेस वार्ता की गई।      प्रेस वार्ता में छात्र छात्राओं के केस के एडवोकेट प्रेम प्रकाश सिंह यादव ने अपनी बात रखते हुए कहा कि छात्र छात्राओं की गिरफ्तारी पूरी तरह से गैरकानूनी था, इनकी हिरासत गैरकानूनी थी और गैरकानूनी तरीके से ही जेल भी भेज दिया। गिरफ्तारी के समय सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार के गाइडलाइंस का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया। तीन लड़कियों को 25 दिसंबर की शाम को ही गैरकानूनी ढंग से गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन एफआईआर में 26 तारीख को दिखाया गया। इस पूरी गैरकानूनी गिरफ्तारी में लिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की प्रक्रिया आगे की जाएगी।       आगे बात रखते हुए संगठन की अध्यक्ष आकांक...

पंजाब किसानों पर धारा 307 में हुआ मुकदमा दर्ज, रोका था PM का काफिला

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"केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के दबाव  में आकर  पंजाब पुलिस  ने  धारा 307 (हत्या के प्रयास) का मामला  बना दिया है।" 5 जनवरी 2022 को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के आह्वान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा का भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) द्वारा विरोध किया गया था, तब फिरोजपुर के प्यारेआणा गांव के पुल से ही प्रधानमंत्री का काफिला वापस लौट गया था। इस मामले में पहले पंजाब पुलिस ने सिर्फ यातायात संबंधी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन अब केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के दबाव में आकर पंजाब पुलिस ने धारा 307 (हत्या के प्रयास) का मामला बना दिया है। जबकि तथ्य यह हैं कि प्रधानमंत्री मोदी का काफिला लगभग एक किलोमीटर पीछे ही रुका हुआ था। वहां कोई झड़प नहीं हुई थी, न ही किसी को कोई चोट लगी थी। इसलिए यह सरासर अन्याय है। अब BKU (क्रांतिकारी) के प्रदेश अध्यक्ष बलदेव जीरा सहित कई नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर दिया गया है। सभी साथियों से अपील है कि हमें इस अन्याय के खिलाफ डटकर विरोध करना चाहिए।

HAMSA करेगा हल्ला बोल प्रदर्शन - हितेन्द्र सिहाग

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आज हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन सम्बद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने हिसार खण्ड -1 और हिसार खण्ड - 2 में खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से नोटिस भेजा । जिसमें राज्य महासचिव हितेन्द्र सिहाग और जिला सह सचिव मंगल सिंह शामिल हुए । हितेन्द्र सिहाग ने बताया कि  आज हेमसा एस के एस ने हल्ला बोल प्रदर्शन का नोटिस हिसार खण्ड -1 में नरसी सहारण सहायक की अध्यक्षता में दिया और हिसार खण्ड -2 में मंगल सिंह की अध्यक्षता में दिया ।  हितेन्द्र सिहाग ने बताया कि मिनिस्ट्रियल स्टाफ की मांगों को लेकर लिखित और बातचीत के माध्यम से सरकार और शिक्षा विभाग को बहुत बार मनवाने का प्रयास किया, परन्तु किसी तरह की सुनवाई की उमीद जब नजर नहीं आती तो आंदोलन करना मजबूरी हो जाता है। आज भी HAMSA आंदोलन के मैदान में है।  प्रांतीय महासचिव हितेन्द्र सिहाग ने बताया कि अधीक्षक की पदोन्नति भी पूरी नहीं की और उपाधीक्षक, सहायक और आंकड़ा सहायक की पदोन्नति अभी की ही नहीं जो कि 31 दिसम्बर 2024 तक करने का आश्वासन दिया गया था। इसी तरह ना तो लिपिकों के ट्रांसफर का कोई समाधान और ना ही नए पदों को स्वीकृत करने पर...

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवम किसान मजदूर मोर्चा का आज का साँझा बयान

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  आज 50वें दिन किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल जी का आमरण अनशन दातासिंहवाला-खनौरी किसान मोर्चे पर जारी रहा,  डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए कहा कि पिछले 48 घण्टे से जगजीत सिंह डल्लेवाल जी को पानी पीने में दिक्कत आ रही है। जितना पानी वो पीते हैं, वो उल्टियों के तौर पर बाहर आ जाता है, उनके शरीर के अंग अंदर से काम करना बंद कर रहे हैं इसलिए उनका शरीर पानी भी स्वीकार नहीं कर रहा है।  डॉक्टरों ने बताया कि उनका शरीर मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की तरफ बढ़ रहा है जो बेहद चिंताजनक स्थिति है। किसान नेताओं ने बताया कि आज किसान बेहद भावुक हैं, किसानों का मानना है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल जी की कुर्बानी से पहले वो अपनी कुर्बानी देंगे, कल दोपहर 2 बजे 111 किसानों का जत्था काले कपड़े पहनकर पुलिस की बैरिकेडिंग के पास शांतिपूर्ण ढंग से बैठकर आमरण अनशन शुरू करेगा।  किसान नेताओं ने बताया कि MSP गारंटी कानून के मुद्दे पर आंदोलनकारी किसानों के साथ सार्थक चर्चा करने की बजाय कुछ भाजपा नेता लोगों को MSP के मुद्दे पर गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।  आज हरियाणा के कैथल जिले से किसानों का ब...

संयुक्त किसान मोर्चा, सोनीपत ने किसान नेता डल्लेवाल के समर्थन में की सभा

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सोनीपत : 13 जनवरी 2025, संयुक्त किसान मोर्चा, सोनीपत की ओर से केंद्र सरकार की किसान विरोधी कृषि नीति के खिलाफ व 48 दिन से एमएसपी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे जगजीत सिंह डल्ललेवाल की जान बचाने के लिए पंचायत भवन में एक सभा की गई।  इसमें वक्ताओं ने कहा कि यह कृषि नीति देश के चंद कॉरपोरेट घरानों के लिए लाई गई है। इसमें जहां किसान के ऊपर मार पड़ेगी वहीं जितने भी आढ़ती व छोटे व्यापारी हैं, वे सभी बर्बाद हो जाएंगे ।  तीन जनविरोधी कृषि कानूनों के खिलाफ 750 से ज्यादा किसानों की शहादत देते हुए सरकार को कानून वापस लेने के लिए मजबूर किया था। उसके बाद बिजली संशोधन बिल लाया गया है। जिसके माध्यम से बिजली का पूर्ण निजीकरण कर दिया जाएगा। मोबाइल फोन की तरह से बिजली के अग्रिम भुगतान करने का नियम बनाया जा रहा है। कर्ज के बोझ के नीचे दबते हुए किसान मजदूर आए दिन आत्महत्या कर रहे हैं। दूसरी तरफ किसानों समेत आम जनता का शोषण करते हुए देश कि ज्यादातर धन दौलत चंद पूंजीपतियों/कॉर्पोरेट के पास जमा हो गई है। दूसरी तरफ आम जनता की खरीद शक्ति न रहने की वजह से यह पूंजीवादी साम्राज्यवादी व्यवस्था गहन म...

चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार -एक रिपोर्ट

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                                        दोस्तों चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी हिसार के सामने है हमारे पीछे इसका चार नंबर गेट है जो बहुत सुंदर है यूनिवर्सिटी अंदर से भी उतनी ही सुंदर है, लोग यूनिवर्सिटी को देखने के लिए तरसते हैं।  लेकिन क्या सच मे यूनिवर्सिटी सुंदर है? यहां के वैज्ञानिक, छात्र, गैर शिक्षक कितने परेशान है ये हम सबको जरूर जानना चाहिए। यूनिवर्सिटी के अंदर दो गुट बने हुए हैं एक गुट जिसका नेतृत्व यूनिवर्सिटी के कुलपति BR कंबोज करते हैं इस गुट पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप, तानाशाही भरे फैसले करने के आरोप लगाते रहे हैं। इस गुट में निजी फायदा उठाने, विदेशी दौरों पर घूमने वाले, प्रमोशन का फायदा उठाने वाले शिक्षक व गैर शिक्षक है। तो वहीं जो दूसरा गुट है वो भ्रष्टाचार के खिलाफ बात करता है। यूनिवर्सिटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मेहनत करता है। ये गुट यूनिवर्सिटी को किसानों के लिए बचाना चाहता हैं। इनको समय-समय पर कुलपति के गुट द्वारा परेशा...